हरिद्वार खड़खड़ी स्थित श्री गंगा भक्ति आश्रम में गंगा दशहरे के पावन अवसर पर श्री राम चरित्र मानस अखंड पाठ का समापन हुआ परम पूज्य गुरुदेव 1008 प्रातः स्मरणीय स्वामी राघवानन्द जी महाराज की परम कृपा अनुसार एक विशाल भंडारे का आयोजन प्रातः 8:00 बजे साय काल 4:00 बजे तक संत महापुरुषों की पावन गरिमा मय उपस्थित के बीच भंडारा चलता रहा जिसमें हरिद्वार के अनेको मठ मंदिर आश्रम संत महापुरुषों तथा भक्तजनों ने भंडारे में भोजन प्रसाद ग्रहण किया इस अवसर पर विशाल संत समागम को संबोधित करते हुए आश्रम के श्री महंत परमाध्यक्ष परम विभूषित 1008 श्री महंत कमलेशानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा संत महापुरुष इस पृथ्वी लोक पर चलते-फिरते तीर्थ के सामान है
संत महापुरुषों तथा गुरुजनों का पावन सानिध्य मनुष्य को कल्याण की ओर अग्रसर करता है इस पृथ्वी लोक पर ईश्वर के प्रतिनिधि के रूप में गुरुजन ही विद्यमान है जो भक्तों को धर्म कर्म के माध्यम से कल्याण का मार्ग दिखाते हैं तथा उसे भवसागर पार कराते हैं मां गंगा की पावन नगरी हरिद्वार में गंगा दशहरे के पावन पर्व पर अनेको योग मिल रहे हैं इस अवसर पर अपने गुरु धाम की सेवा करते हुए मां गंगा में डुबकी लगाने वाले भक्त जन्मो जन्म के पापों से मुक्त हो जाएंगे तथा उन्हें यश की प्राप्ति होगी यह पाप नाशिनी मां गंगा की पावन धरती है श्री गंगा भक्ति आश्रम मां गंगा की पावन नगरी हरिद्वार में सभी संत महापुरुष भक्तों की सेवा में निरंतर ततपर रहता है संत महापुरुषों तथा गुरुजनों के दिखाएं मार्ग पर चलते हुए हम भक्तों को हरि भजन सत्संग के माध्यम से कल्याण की ओर ले जाते हैं परम पूज्य गुरुदेव श्री श्री 1008 ब्रह्मलीन पीठाधीश्वर स्वामी राघवानंद जी महाराज का तपोबल आज भी इस आश्रम में उनके दिए गए ज्ञान के रूप में विद्यमान है
इस अवसर पर महंत सूरज दास महाराज महंत रवि देव महाराज महंत प्रेमानंद महाराज महंत सुतीक्ष्ण मुनि महाराज महंत दिनेश दास महाराज स्वामी कृष्ण देव महाराज महंत कमलेशानंद महाराज महंत महानंद महाराज स्वामी विद्यानंद जी महाराज स्वामी प्रेमानंद महाराज महंत देव आनंद सरस्वती महाराज महामंडलेश्वर स्वामी अमित भारती महंत गंगा दास महाराज सरवन दास श्याम गिरी रामदास धर्मदास वरिष्ठ निमंत्रण पत्र वितरण करता कोतवाल कालीचरण महाराज सहित भारी संख्या में संत महापुरुष व भक्तगण श्री गंगा भक्ति आश्रम में उपस्थित थे