दिनाँक 29 मार्च 292530 मार्च,श्री बोहड़िया वाला थल्ला कृष्णा नगर में चल रही भागवत कथा के आज छठे दिन कथा व्यास परम श्रद्धेय श्री प्रदीप गोस्वामी जी ने रुक्मणी विवाह का अति सुंदर वर्णन किया l कथा को विस्तार देते हुए व्यास जी ने बताया की कथा व्यास ने कहा जब जीव में अभिमान आता है तब भगवान से वह दूर हो जाता है, लेकिन जब कोई भगवान के अनुराग के विरह में होता है तो श्रीकृष्ण उस पर अनुग्रह करते है, उसे दर्शन देते है।

भगवान श्रीकृष्ण रूक्मिणी के विवाह प्रसंग को सुनाते हुए उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण का प्रथम विवाह विदर्भ देश के राजा की पुत्री रुक्मणि के साथ संपन्न हुआ, लेकिन रुक्मणि को श्रीकृष्ण द्वारा हरण कर विवाह किया गया। कथा व्यास ने बताया कि रुक्मिणी स्वयं साक्षात लक्ष्मी हैं और वह नारायण से दूर रह ही नही सकती। इस अवसर पर श्रीकृष्ण और रूक्मणि के विवाह की झांकी ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। कथा में कथा व्यास श्री श्री सुधा दीदी एवं भागवताचार्य अनुराग कृष्ण शास्त्री ने अपनी अमृतवाणी से सबको भाववभोर कर दिया l कथा स्थान पर भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे l कल 30 मार्च कथा को विराम दिया जाएगा l 31 मार्च हवन के साथ कथा की पूर्णाहुति होगी