हरिद्वार 25 मई 2024 को श्री सुदर्शन आश्रम अखाड़े में भक्तजनों के बीच उद्गार व्यक्त करते हुए आश्रम के परमाध्यक्ष श्री महंत रघुबीर दास जी महाराज ने कहा जिस प्रकार अपने चित् में सतगुरु का ध्यान करने से शिष्य ब्रह्ममय हो जाता है उसी प्रकार ईमानदारी और मेहनत से धीमी गति से पाई गई सफलता भी मनुष्य के लिए कल्याणकारी होती है इस संसार में गुरु ही भक्तों के सच्चे पथ दर्शन होते हैं जो राम नाम की महिमा का रसपान करा कर भक्तों को राम नाम की नैया में सवार कर भवसागर पार कर देते हैं