कमल शर्मा हरिद्वार ,हरिद्वार, 26 फरवरी। अवधूत मंडल आश्रम के महंत महामंडलेश्वर स्वामी संतोषानंद महाराज के संयोजन में ब्रह्मलीन महंत अवधूत स्वामी गोपालदेव महाराज की पुण्य तिथी समारोह पूर्वक मनायी गयी। संत महापुरूषों ने ब्रह्मलीन महंत अवधूत स्वामी गोपालदेव के धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में योगदान का स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। महामंडलेश्वर स्वामी संतोषानंद महाराज ने कहा कि संत महापुरूष केवल देह का त्याग करते हैं। उनकी आत्मा सदैव समाज का मार्गदर्शन करती है। ब्रह्मलीन महंत अवधूत स्वामी गोपालदेव त्याग, तपस्या, सेवा और संस्कारों की प्रतिमूर्ति थे। समाज की सेवा और धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन में उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के महंत रघुमुनि महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत अवधूत स्वामी गोपालदेव विद्वान और तपस्वी संत थे। समाज को दिशा देने और विभिन्न सेवा प्रकल्पों के माध्यम से जरूरतमंदों की सेवा में उनका अहम योगदान रहा। सभी को उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए सेवा कार्यो में योगदान करने का संकल्प लेना चाहिए। इस अवसर पर महंत शंकरानंद, महंत हरिदास, गंौ गंगा सेवा धाम के अध्यक्ष स्वामी निर्मल दास, महंत राघवेंद्र दास, महंत गोविंददास, महंत चिदविलासानंद, महंत जयेंद्र मुनि, महंत प्रेमदास, स्वामी रविदेव शास्त्री, हरभगवान खंडूजा, राजेश, संजय, विजय, रोहित, सन्नी, विक्की सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन उपस्थित रहे।
पुण्य तिथी पर संतों ने दी ब्रह्मलीन महंत अवधूत स्वामी गोपालदेव महाराज को श्रद्धांजलि
